मेरा नाम विनीता है मैंने जब प्यार किया तो मेरी जिंदगी ही बदल गई पर मुझे क्या पता था कि ऐसा भी दिन आएगा

प्यार में लोग दुनिया को छोड़ देते है पर में नहीं छोड़ पाई जिसका पछतावा मुझे आज तक है प्यार करना कोई मजाक नहीं होता अगर प्यार ना मिले तो जिंदगी जीने का कोई अंदाज नहीं होता उससे मिलने से पहले मेरे जीवन में खोखला पन था एक अजीब सा खालीपन था जिसे मेरे अलावा आज तक किसी ने महसूस नहीं किया क्योंकि मैं स्वभाव से बहुत चंचल थी किसी कारण मैं कॉलेज में भी और घर पर भी लोगों से दूर रहते थे इसके बावजूद भी मैं बहुत बोलती रहती थी मेरे जीवन का एक दूसरा पहलू भी था और जीवन के उस हिस्से में आने की इजाजत मैंने किसी को नहीं दी थी बाहर से खुश दिखाई देने वाली लड़की जिसे लोग हर पल हंसते खिलखिलाते देखते थे उसके बारे में या अंदाजा तक नहीं लगाया जा सकता था कि वह अंदर से इतनी अकेली होगी ढेर सारे दर्द अपने अंदर समेटे हुए होगी मैंने अपने आसपास एक घेरा सा बना लिया था कोई भी मेरे द्वारा बनाए गए दायरों को नहीं तोड़ सकता था मुझे इस बात पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि वह लड़का मेरे बनाए हुए दायरों को तोड़ कर मेरे सोच में सम आता हुआ चला जाएगा शुरू शुरू में उससे बात करना एक औपचारिकता थी यह बात अलग थी कि आज तक ...